- फेलिसिटी थिएटर इंदौर में "हमारे राम" प्रस्तुत करता है
- जेएसडब्ल्यू ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल को एआईएमए मैनेजिंग इंडिया अवार्ड्स में मिला 'बिजनेस लीडर ऑफ डिकेड' का पुरस्कार
- उर्वशी रौतेला 12.25 करोड़ रुपये में रोल्स-रॉयस कलिनन ब्लैक बैज खरीदने वाली पहली आउटसाइडर इंडियन एक्ट्रेस बन गई हैं।
- Urvashi Rautela becomes the first-ever outsider Indian actress to buy Rolls-Royce Cullinan Black Badge worth 12.25 crores!
- 'मेरे हसबैंड की बीवी' सिनेमाघरों में आ चुकी है, लोगों को पसंद आ रहा है ये लव सर्कल
मदरहुड अस्पताल में न्यूनतम इनवेसिव स्त्री रोग सर्जरी केंद्र शुरू

इंदौर। शोध के अनुसार भारत में लगभग 30 प्रतिषत महिलाएं योनि के असामान्य रक्त स्त्राव और पुराने दर्द से पीड़ित होती हैं यह लक्षण एंडोमेट्रियोसिस या डिंबग्रंथि अल्सर जैसी बीमारियों का संकेत करते हैं लेकिन महिलाएं अक्सर इनका इलाज नहीं करती है जिससे काफी परेशानियां खड़ी होती है।
मदरहुड अस्पताल में इन समस्याओं से निदान के लिए अपने स्मार्ट सर्जरी केंद्र न्यूनतम इनवेसिव स्त्री रोग का शुभारंभ किया है। इस केंद्र में उच्च तकनीकी और विशेषज्ञता के साथ महिलाओं को दर्द और परेशानी से मुक्ति दिला कर उनके जीवन को सुधारा जा सकेगा ।
उपरोक्त जानकारी देते हुए मदरहुड अस्पताल इंदौर की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ आशा बक्शी ने बताया कि जिन महिलाओं को प्रजनन की उम्र में भारी रक्तस्राव और गंभीर पेट दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है उन्हें जब सर्जरी का कहा जाता है तो वह काफी आशंकित हो जाती है। लड़की के माता-पिता को लगता है कि इससे उनका भावी जीवन प्रभावित होगा और शादी की संभावनाएं भी खत्म होगी लेकिन मदरहुड हॉस्पिटल में शुरू हो रही है न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी महिलाओं को एक सामान्य जीवन देने में मददगार साबित होगी ।
इस केंद्र में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी द्वारा इन महिलाओं की इन समस्याओं का आसान इलाज किया जाएगा। इसमें अस्पताल में भी कम समय के लिए रहना होगा, वही सर्जरी द्वारा रिकवरी भी काफी तेजी से होती है इसमें दर्द नहीं होता है और ना ही खून की कमी होती है । इन बीमारियों के कारण कई महिलाएं बांझपन की समस्याओं से जुझती है लेकिन इस सर्जरी के पश्चात उनके गर्भवती होने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं।
मदरहुड हॉस्पिटल के कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट और एंडोस्कोपिक सर्जन डॉ धवल ए बक्शी कहते हैं कि धारणा है कि एंडोमेट्रियोसिस जैसी गंभीर बीमारी में गर्भाशय और अंडाशय को निकालना होता है जबकि यह केवल एक भ्रांति है न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी द्वारा महिलाओं की प्रजनन क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।
मदरहुड अस्पताल के निदेशक श्री अमित एस वैद्य ने बताया कि गंभीर स्त्री रोगों से पीड़ित महिला लंबे समय तक दर्द सहती है क्योंकि उन्हें समग्र उपचार नहीं मिल पाता है लेकिन मदरहुड अस्पताल में शुरू हो रहे इस सर्जरी केंद्र से महिलाओं को उनके दर्द से मुक्ति मिल सकेगी । मदरहुड अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ अपनी उच्च तकनीकों के साथ महिलाओं को सालों साल के दर्द से मुक्ति दिला सकेंगे ।